भारत सरकार की ‘Special Campaign-3.0’ के अंतर्गत वेकोलि ने किए कई सकारात्मक प्रयास…
नागपूर – शरद नागदेवे
वेस्टर्न कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) में स्वच्छता हमेशा से ही एक निश्चित प्राथमिकता रही है। इस दिशा में वेकोलि द्वारा समय-समय पर कई पहल किए गए। ‘स्वच्छता ही सेवा’, ‘स्वच्छ भारत’ जैसी मुहिम के माध्यम से सभी कर्मियों को हर जगह स्वच्छता बनाए रखने हेतु प्रोत्साहित किया गया।
वर्तमान में भारत सरकार की ‘विशेष मुहिम – 3.0’ के अंतर्गत वेकोलि में स्वच्छता अभियान को नया आयाम दिया गया है। इस मुहिम में नियमित साफ-सफाई के साथ ही स्क्रैप डिस्पोजल, शिकायतों का निराकरण, अनावश्यक फाइलों का निपटान आदि कार्य तेजी से किए जा रहे है। इन प्रयासों का सकारात्मक परिणाम भी अब सामने आ रहा है।
इस विशेष मुहिम के अंतर्गत वेकोलि ने कुल 33 विभिन्न जगहों को स्क्रैप डिस्पोजल हेतु चिह्नित किया है। सभी जगहों पर शीघ्रता से कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में अब तक कुल 46 मिलियन टन स्क्रैप लोहा, 9450 लीटर अनावश्यक तेल, 181 पुराने टायर, 40 ख़राब बैटरी आदि का स्क्रैप डिस्पोजल किया गया है।
कंपनी के कुल 5599 वर्ग फूट जगह की सफाई की गई तथा इस स्क्रैप के विक्रय से रु. 32.52 लाख की राशि अर्जित की है। इन सभी जगहों पर सफाई को बरक़रार रखने हेतु समुचित निर्देश भी दिए गए है। स्क्रैप डिस्पोजल के साथ कार्यालयों के सौंदर्यीकरण के भी प्रयास किए जा रहे है।
इस मुहिम के तहत फाइलों के निपटान का महत्वपूर्ण कार्य आरंभ किया गया है। इसके अंतर्गत लंबित फाइलों की समीक्षा कर उनपर समुचित कार्यवाही की जा रही है। इस दौरान, काग़ज़ी फाइलों के साथ ही ई-ऑफिस की 20,000 से अधिक फाइलों की समीक्षा की गई तथा 9422 फाइलों में उचित कार्यवाही कर निपटान किया गया।
शिकायतों के निराकरण का कार्य भी इस मुहिम का महत्वपूर्ण भाग है। इस मुहिम के अंतर्गत वेकोलि में प्राप्त सभी प्रकार की शिकायतों पर कार्यवाही कर उनका निराकरण किया गया है। इस पहल की वजह से न्यूनतम शिकायतें ही कार्यवाही हेतु शेष है।
वेकोलि के इस कंपनी स्तरीय, सकारात्मक पहल से सभी कर्मियों में उत्साह है। कार्य में तेजी और आस-पास सफाई, स्पष्ट देखी जा सकती है। इस मुहिम से स्वच्छता संबंधी जागरूकता तो बढ़ी ही है साथ ही स्वच्छता का सिद्धांत कर्मियों के जीवन में अंतर्भूत होते हुए भी दिखाई पड़ रहा है। देश में स्वच्छता को आगे बढ़ने हेतु वेकोलि के प्रयास निश्चित ही सराहनीय है।