संगीत साधना कराओके क्लब का आयोजन…
अमरावती – सुनील भोळे
अमरावती के संगीत साधना कराओके क्लब की ओर से गायक स्व. मो. रफी, मुकेश तथा किशोर कुमार इनके आवाज से सजे गीतो पर आधारित “अनमोल रत्न” कराओके संगीत कार्यक्रम का आयोजन 30 जुलै को किया गया था. इस कार्यक्रम का युट्युब पेज पर लाइव प्रक्षेपण किया गया था. हाल ही मे हिंदी चित्रपट सृष्टी के दिग्गज गायक स्व. मोहम्मद रफी, मुकेश तथा किशोर कुमार इन के जन्मदिन मनाये गये. इस उपलक्ष मे तिनो के कुछ यादगार और लोकप्रिय गीतो पर आधारित “अनमोल रत्न” कराओके संगीत कार्यक्रम अमरावती के संगीत साधना कराओके क्लब के संचालक श्री चंद्रकांत पोपट इन्होने आयोजित किया था.
इस कार्यक्रम के माध्यम से जनजागृती करना यह उद्देश श्री पोपट जी का था. नेत्रदान, देहदान, अवयव दान इस विषय को लेकर समाज मे जागरूकता फैलाने के लिए उनका कार्य हमेशा से चालू रहता है. इस माध्यम से कई कलाकाराको अपनी कला प्रस्तुत करने का अवसर तथा समाज मे इन विषयों को लेकर जागृती फैलाने का उद्देश लेकर “अनमोल रत्न” इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम का संगीत साधना कराओके क्लब के यूट्यूब पेज पर लाईव्ह प्रसारण किया गया.
इस कार्यक्रम मे प्रमुख अतिथी के रूप मे झारखंड के प्रसिद्ध म्युझिक डायरेक्टर श्री रमेशदास उपस्थित थे. अमरावती अंबादेवी के दर्शन करणे आया था, मात्र इस क्लब मे आकर माँ सरस्वती के दर्शन हो गये ऐसा वक्तव्य इस वक्त श्री रमेशदास इन्होने किया. इस कार्यक्रम मे प्रमुख अतिथी के रूप मे अमरावती महानगर पालिका के उपायुक्त श्री नरेंद्र वानखडे, प्रेरणापुंज इस साध्य दैनिक के संपादक श्री अनिल मुनोत, म्हाडा के माजी अध्यक्ष तथा पार्श्वगायक डॉ. गुणवंत डहाणे, हॉटेल इंदू इंटरनॅशनल के संचालक श्री दिलीप बागडे, सजीली डेकोरेशन के संचालक राजूभाई हरकुट, अमेरिका से विशेष पधारे श्री दिनेश मोदी, तथा महाव्हाईस न्यूज के प्रतिनिधी श्री सुनील भोळे इस कार्यक्रम मे उपस्थित थे. सभी का श्रीराम लिखित दुपट्टा देखकर सन्मान किया गया.
इस कार्यक्रम मे स्व. मोहम्मद रफी, मुकेश, किशोर कुमार इन के कुछ प्रसिद्ध गीत प्रस्तुत किये गये. ऐसे गीत जिने आज भी हम सुने तो हम गुणगुणाए बिना रह नही सकते. जैसे “चंदन सा बदन चंचल चितवन, धीरे से तेरा मुस्काना…. मेरा प्यार भी तू ये बहार भी तू…… गुन गुना रहे है भवरे खील रही है कली कली….. एक प्यार का नगमा है मौजो की रवानी है, जिंदगी और कुछ नही तेरी मेरी कहानी है…… आज मौसम बडा बेईमान……. परदेसियों से ना अखिया मिलाना, परदेसियों को है एक दिन जाना……. दर्पण को देखा तूने जब जब किया सिंगार….. ऐसे प्रसिद्ध गीत शामिल थे.
इस कार्यक्रम मे उपस्थित अतिथीयोंने सभी ने अपने गीत प्रस्तुत कीये…. साथ ही संगीत साधना कराओके क्लब के संचालक श्री चंद्रकांत पोपट, सहसंचालक प्रकाश तनवाणी, सुरेश वसानी, परेश शाह, दीपक धानोरकर, कोमल जसापरा, अमृता वाठोडकर, देविका गणोरकर, दीक्षा राठोड, किशोर नगरकर, लीना मनोहरे, मंजुषा साबळे, प्रकाश ढोले, प्रदीप ढवळे,
सरोज गुप्ता, प्रवीण जाधव, रत्ना गणेश, सीमा थुले, सुमन भगत, सुरेखा त्यागी, रामेश्वर घाटे, राजू आठवले, प्रकाश ढोले, रजनी भवाळकर, अनिल सरदार, देवेंद्र ठाकरे, उषाकिरण विजेकर, अनुप बिजागरे, मीनल हिवराळे, आदी सदस्य ने अपनी कला प्रस्तुत की. तथा इस कार्यक्रम का सूत्रसंचालन जीवन गोरे इन्होने किया.